Narayanpur Naxal Encounter: PLGA कमांडर समेत 6 नक्सली ढेर, 4 महिलाएं शामिल; 48 लाख का था इनाम

नारायणपुर। Narayanpur Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। “माड़ बचाओ अभियान” के तहत चलाए जा रहे ऑपरेशन मानसून में DRG, STF और BSF की संयुक्त टीम ने अबूझमाड़ के परिया-काकुर जंगल में नक्सलियों से जबरदस्त मुठभेड़ की। 17 और 18 जुलाई की दरमियानी रात को हुई इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने PLGA प्लाटून-1 के कमांडर समेत 6 नक्सलियों को मार गिराया। इनमें चार महिला नक्सली भी शामिल हैं।
PLGA प्लाटून-1 कमांडर राहुल पुनेम भी मारा गया
सुरक्षाबलों ने मारे गए नक्सलियों की पहचान कर ली है। मुठभेड़ में मारा गया सबसे बड़ा नाम PLGA प्लाटून-1 का कमांडर राहुल पुनेम उर्फ लच्छू पुनेम है, जो सुकमा जिले के डल्ला गांव का रहने वाला था और डिविजनल कमेटी मेंबर (DVCM) के रूप में जाना जाता था। उस पर ₹8 लाख का इनाम घोषित था।
6 में 4 महिला नक्सली, सभी पर ₹8-8 लाख का इनाम
इस कार्रवाई में कुल 6 नक्सली मारे गए, जिनमें 4 महिलाएं थीं। सभी पर ₹8 लाख का इनाम घोषित था। मारे गए नक्सलियों की सूची इस प्रकार है:
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राहुल पुनेम उर्फ लच्छू (38) – DVCM, सुकमा

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उंगी टाटी (24) – PLGA सदस्य, सुकमा

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मनीषा (25) – PLGA सदस्य, नारायणपुर
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टाटी मीना उर्फ सोमरी उर्फ छोटी (22) – PLGA सदस्य, बीजापुर
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हरीश उर्फ कोसा (25) – PLGA सदस्य, बीजापुर
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कुड़ाम बुधरी (21) – PLGA सदस्य, नारायणपुर
भारी मात्रा में हथियार बरामद
मुठभेड़ के बाद इलाके में गहन सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें नक्सलियों के शवों के साथ-साथ भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और नक्सली साहित्य बरामद किया गया। बरामद सामग्री में शामिल हैं:
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AK-47 राइफल – 1
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SLR राइफल – 1
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12 बोर राइफल – 1
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BGL लॉन्चर – 11
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BGL सेल – 83
अब तक 2025 में मारे गए 204 नक्सली
इस मुठभेड़ के साथ ही 2025 में अब तक बस्तर क्षेत्र में कुल 204 नक्सलियों को मार गिराया गया है। यह संख्या दर्शाती है कि सुरक्षा बलों की रणनीति नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी साबित हो रही है।
IG और SP ने दी जानकारी
IG बस्तर रेंज सुंदरराज पट्टलिंगम ने बताया, “मानसून की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी सुरक्षाबलों ने यह सफलता पाई है, जो स्थायी शांति की ओर एक मजबूत कदम है।”
SP नारायणपुर रॉबिनसन गुरिया ने कहा, “बस्तर से नक्सलवाद के खात्मे की ओर निर्णायक कदम उठाए जा चुके हैं। जो लोग इस हिंसक विचारधारा में यकीन रखते हैं, उन्हें आत्मसमर्पण करना चाहिए, अन्यथा उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
माओवादियों का आधार क्षेत्र हो रहा है कमजोर
DIG कांकेर रेंज अमित तुकाराम कांबले और BSF DIG पी.के. दुबे ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि निरंतर दबाव के चलते माओवादियों के आधार क्षेत्र अब दरक रहे हैं। अबूझमाड़ जैसे दुर्गम इलाके में भी विकास की रोशनी पहुंच रही है।
इस ताजा कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि छत्तीसगढ़ सरकार और सुरक्षा बल नक्सलवाद के समूल नाश की दिशा में पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। मानसून में भी ऑपरेशन की रफ्तार कम नहीं हो रही और बस्तर धीरे-धीरे स्थायी शांति और विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है।