Kharge and Venugopal Chhattisagrh Visit: छत्तीसगढ़ आएंगे कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और केसी वेणुगोपाल, सुकमा राजीव भवन और खाद-बीज के मुद्दे पर कांग्रेस की बड़ी सभा की तैयारी

Mallikarjun Kharge and KC Venugopal Chhattisagrh Visit
Mallikarjun Kharge and KC Venugopal Chhattisagrh Visit: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस एक बार फिर सरकार को घेरने की तैयारी में है। आने वाले दिनों में पार्टी कई ज्वलंत मुद्दों पर व्यापक आंदोलन की रणनीति बना रही है। ईडी द्वारा सुकमा के राजीव भवन को कुर्क किए जाने, खाद-बीज की कमी और किसानों की परेशानी जैसे विषयों को लेकर कांग्रेस राज्य में एक बड़ी सभा आयोजित करने जा रही है। इस सभा में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल भी शिरकत करेंगे।
इस कार्यक्रम को लेकर पार्टी के भीतर मंथन शुरू हो चुका है। शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने रायपुर स्थित राजीव भवन में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक ली। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे, मोहम्मद अकबर समेत कई वरिष्ठ नेता और विधायक शामिल हुए।
बैठक में संगठन की मजबूती, सरकार की नीतियों के खिलाफ जनता के बीच जाने की योजना और आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा की गई। साथ ही मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल के प्रस्तावित दौरे पर भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 7 जुलाई को छत्तीसगढ़ आ सकते हैं। उनके साथ संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी रहेंगे। दोनों नेताओं का दौरा बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि इस दौरान राज्य की राजनीतिक स्थिति, आगामी नगर निगम और पंचायत चुनावों की रणनीति और संगठन की गतिविधियों पर गहन चर्चा की जाएगी।
राज्य में ईडी की कार्रवाई, खासकर सुकमा जिले में स्थित कांग्रेस के राजीव भवन की कुर्की ने पार्टी को आक्रामक मुद्रा में ला दिया है। पार्टी इसे लोकतंत्र पर हमला बता रही है और जनता के बीच जाकर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है।
खाद और बीज की किल्लत को लेकर पहले से ही किसानों में नाराजगी है, जिसे लेकर कांग्रेस अब सरकार पर सीधा हमला बोलेगी। प्रदेश के विभिन्न जिलों में इसके खिलाफ प्रदर्शन और जनसभा आयोजित करने की योजना भी बनाई जा रही है।
कांग्रेस नेताओं का मानना है कि राज्य में भाजपा की सरकार किसान, मजदूर और आम जनता से जुड़े मुद्दों को लगातार नजरअंदाज कर रही है। ऐसे में कांग्रेस की ओर से यह अभियान संगठन को मजबूत करने और जनता से सीधे संवाद स्थापित करने का अवसर बनेगा।
कांग्रेस का यह आयोजन आगामी चुनावी समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है। मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी से यह साफ संकेत है कि आलाकमान छत्तीसगढ़ को लेकर गंभीर है और पार्टी को फिर से मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।