अबूझमाड़ मुठभेड़: मारे गए दो महिला माओवादी कैडरों की हुई प्राथमिक शिनाख्त, 5 लाख की इनामी नक्सली सीमा भी ढेर

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के घने जंगलों में सुरक्षा बलों ने माओवादी नेटवर्क पर एक और बड़ा प्रहार किया है। माड़ डिवीजन में सक्रिय माओवादियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना पर चलाए गए संयुक्त ऑपरेशन में दो वर्दीधारी महिला नक्सली मारी गईं, जिनमें से एक 5 लाख की इनामी एरिया कमेटी मेंबर थी। अबूझमाड़ मुठभेड़ में मारे गए माओवादी कैडरों के शवों की प्राथमिक पहचान सीमा, एरिया कमेटी मेंबर (ACM), कुटुल एरिया कमेटी, और लिंगे उर्फ़ रांझू, पार्टी मेंबर (PM), कुटुल LOS के रूप में हुई है।
मारे गए माओवादी:
सीमा – एरिया कमेटी मेंबर (ACM), कुटुल एरिया कमेटी | इनाम: ₹5 लाख | निवासी: ग्राम जगरगुंडा, जिला सुकमा।
लिंगे उर्फ़ रांझू – पार्टी मेंबर (PM), कुटुल LOS | इनाम: ₹1 लाख | निवासी: कायेड़ूराड, जगरगुंडा, जिला सुकमा।
बरामद हथियार और सामग्री:
01 इंसास राइफल, 08 राउंड, 01 मैगजीन, 01 देसी .315 बोर राइफल, 04 राउंड, 303 राइफल के 15 जिंदा कारतूस सहित बड़ी मात्रा में विस्फोटक, माओवादी साहित्य और दैनिक उपयोग की सामग्रियां बरामद की गई है ।
किसने चलाया ऑपरेशन?
यह संयुक्त कार्रवाई DRG नारायणपुर, DRG कोंडागांव, STF और ITBP (41वीं व 45वीं बटालियन) द्वारा चलाया गया। 25 जून 2025 को शुरू हुए इस सर्च ऑपरेशन में लगातार झड़पें होती रहीं और अंततः दो वर्दीधारी महिला माओवादियों को मार गिराया गया।
पुलिस अधिकारियों का बयान:
एसपी नारायणपुर, प्रभात कुमार ने बताया कि यह मुठभेड़ “माड़ बचाओ अभियान” के अंतर्गत की गई और सुरक्षाबलों को ठोस सूचना मिलने पर ऑपरेशन शुरू हुआ था।
एएसपी रॉबिन्सन गुरिया ने मारे गए माओवादियों की पहचान की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों वांछित नक्सली लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय थे और उन पर कई गंभीर अपराधों के केस दर्ज हैं।
आईजी बस्तर रेंज, सुंदरराज पी ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि “माओवादियों के पास अब आत्मसमर्पण के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। यदि वे मुख्यधारा में नहीं लौटते तो सुरक्षा बलों की कार्रवाई और कड़ी होगी।” उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान भी ऑपरेशन जारी रहेगा।
बस्तर में माओवादी नेटवर्क पर लगातार प्रहार:
पुलिस आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 18 महीनों में बस्तर रेंज में कुल 414 माओवादी ढेर किए जा चुके हैं। इनमें शीर्ष नेता बसवराजु (महासचिव) और सीसीएम गौतम उर्फ सुधाकर जैसे हाईप्रोफाइल माओवादी भी शामिल हैं।
ऑपरेशन जारी:
मुठभेड़ के दौरान कुछ माओवादी जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे, जिनकी तलाश में सघन सर्च ऑपरेशन जारी है।