Jagannath Rath Yatra 2025: रायपुर में भक्ति और उत्साह का माहौल, रथ मार्ग पर राज्यपाल और सीएम लगाएंगे ‘सोने की झाड़ू’

Jagannath Rath Yatra 2025
रायपुर। Jagannath Rath Yatra 2025: राजधानी रायपुर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का पावन उत्सव आज भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। अवंति विहार स्थित जगन्नाथ मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। हर कोई भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा के दिव्य दर्शन पाने के लिए मंदिर पहुंच रहा है। आज मंदिर परिसर से भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें पारंपरिक रीति-रिवाज और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान को रथ पर विराजित कर नगर भ्रमण कराया जाएगा।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी होंगे शामिल
इस पावन अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी विशेष रूप से शामिल होंगे। वे पारंपरिक परंपरा के अनुसार रथ यात्रा के प्रारंभ में ‘सोने की झाड़ू’ लगाकर प्रतीकात्मक रूप से सफाई करेंगे। इसे ‘छेरा पहरा’ कहा जाता है, जो सेवा, समर्पण और विनम्रता का प्रतीक है।
प्रशासन ने किए व्यापक इंतजाम
इस वर्ष की रथ यात्रा को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और मंदिर समिति ने सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर व्यापक तैयारी की है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जल वितरण, स्वास्थ्य शिविर, मोबाइल टॉयलेट और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। साथ ही, यातायात व्यवस्था को भी सुव्यवस्थित किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
सुबह होगा ‘छेरा पहरा’, होगा रथ मार्ग का शुद्धिकरण
रथ यात्रा से पूर्व ‘छेरा पहरा’ की विशेष और पवित्र परंपरा का आयोजन सुबह 9:30 से 10:30 बजे के बीच किया जाएगा। इस दौरान रथ मार्ग को स्वर्ण झाड़ू से साफ किया जाएगा और सुगंधित जल का छिड़काव कर भगवान जगन्नाथ के मार्ग को शुद्ध और पवित्र बनाया जाएगा। पुरी की परंपरा के अनुसार यह कृत्य अत्यंत पुण्यदायक माना जाता है।
भक्ति में रंगा रहेगा रायपुर
भगवान जगन्नाथ की यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक है। यात्रा के दौरान कीर्तन, भजन, सांस्कृतिक झांकियां और भव्य सजावट के माध्यम से रायपुर भक्ति और उल्लास में रंगा रहेगा।
रथ यात्रा के साथ ही राजधानी में आस्था का महासंगम दिखाई देगा, जहां हजारों श्रद्धालु भगवान के नाम में डूबे रहेंगे। आयोजकों की ओर से श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे यात्रा के दौरान संयम और अनुशासन बनाए रखें तथा प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।