दाल की कीमतों में आई गिरावट: तीन साल बाद अरहर दाल सौ के नीचे, दूसरी दालों के दाम भी गिरे

रायपुर: तीन साल के लंबे अंतराल के बाद अरहर दाल की कीमतें एक बार फिर 100 रुपए प्रति किलो से नीचे आ गई हैं। साल 2022 में जो दाम थे, वही कीमतें अब जून 2025 के आखिरी सप्ताह में वापस देखने को मिल रही हैं। इस समय बाजार में अच्छी क्वालिटी की अरहर दाल चिल्हर में 100 रुपए किलो में मिल रही है, जबकि कटनी की प्रीमियम “उपहार दाल” 110 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है।
बीते साल 200 के पार पहुंच गई थी कीमत:
दिसंबर 2024 में अरहर दाल के दाम चिल्हर में 180 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए थे, और 2023 में यह 210 से 220 रुपए तक भी गई। थोक बाजार में तब इसकी कीमत 190 रुपए तक पहुंच गई थी। यह स्थिति 2015 जैसी रही, जब फसल प्रभावित होने के कारण दाम तेजी से बढ़े थे। 2023 में भी फसल कम होने का असर 2024 तक जारी रहा।
नई फसल ने राहत दी:
जनवरी 2025 में नई फसल आने के बाद अरहर दाल के दामों में धीरे-धीरे गिरावट आने लगी। शुरू में गिरावट मामूली रही, लेकिन जून के अंत तक स्थिति काफी बदल गई।
थोक बाजार में कीमतें अब 90 से 105 रुपए के बीच हैं।
चिल्हर बाजार में कीमतें 100 से 110 रुपए तक पहुंच गई हैं।
उदाहरण के लिए, थोक में 90 रुपए में मिलने वाली दाल बाजार में 100 रुपए में बिक रही है, जबकि थोक में 105 रुपए वाली उपहार दाल 110 रुपए किलो मिल रही है।
अन्य दालें भी हुईं सस्ती:
केवल अरहर ही नहीं, अन्य दालों के दाम भी कम हुए हैं:
चना दाल: थोक में ₹70–72, चिल्हर में ₹80–85
उड़द दाल: थोक ₹90, चिल्हर ₹110
मूंग दाल: थोक ₹108–110, चिल्हर ₹120 (फसल अगले माह, कीमत और घट सकती है)
देशी चना: थोक ₹60, चिल्हर ₹70
काबुली चना: थोक ₹100, चिल्हर ₹110 (पिछले साल ₹180 तक था)
मटर भी सस्ता:
थोक व्यापारी गोविंद माहेश्वरी के अनुसार, मटर की कीमतों में भी भारी गिरावट आई है क्योंकि आयात शुल्क में केंद्र सरकार ने मार्च 2026 तक छूट दे दी है।
थोक कीमत: ₹36–38
चिल्हर कीमत: ₹40–45
पिछले साल यही मटर ₹100 से ऊपर बिक रही थी।
अरहर दाल की देशभर में सबसे ज्यादा मांग:
अरहर दाल की खपत पूरे देश में सबसे अधिक है। होटल, ढाबा और घरेलू रसोई में इसका उपयोग सबसे ज्यादा होता है। छत्तीसगढ़ में भी इसकी मांग अधिक रहती है, जहां पर यह दाल मुख्य रूप से महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से आती है।
लोकल दाल की भी अच्छी मांग है, लेकिन महाराष्ट्र-मप्र की अरहर दाल को गुणवत्ता के कारण अधिक पसंद किया जाता है।