Donald Trump का दावा – ‘भारत-पाक के संघर्षविराम में अमेरिका की भूमिका’, कश्मीर मसले पर समाधान की भी पेशकश

Donald Trump

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नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने फिर एक बार सीजफायर का श्रेय खुद को दिया है। शनिवार को दोनों देशों के बीच संघर्षविराम की घोषणा के कुछ ही देर बाद पाकिस्तान ने सीमा पर फिर से गोलाबारी शुरू कर दी, जिससे शांति की कोशिशों को गहरा झटका लगा। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया कि संघर्षविराम में अमेरिका की भूमिका अहम रही और उन्होंने दोनों देशों के साथ मिलकर कश्मीर समस्या के समाधान की इच्छा भी जताई।

ट्रंप का दावा – अमेरिका की मध्यस्थता से हुआ सीजफायर

डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर पोस्ट करते हुए कहा, “भारत और पाकिस्तान के मजबूत नेतृत्व को सलाम। उन्होंने यह समझदारी दिखाई कि अब संघर्ष रोकने का वक्त है। लाखों निर्दोष लोगों की जान जा सकती थी, लेकिन उन्होंने साहसिक निर्णय लिया। मुझे गर्व है कि अमेरिका ने उन्हें इस ऐतिहासिक फैसले तक पहुंचाने में मदद की।”

उन्होंने आगे कहा, “अब मैं दोनों देशों के साथ व्यापार बढ़ाने और हजार साल पुराने कश्मीर विवाद का हल निकालने के लिए काम करूंगा।”

अमेरिका ने लिया पहला श्रेय

संघर्षविराम की सबसे पहले जानकारी शुक्रवार शाम 5:37 बजे खुद डोनाल्ड ट्रंप ने दी थी। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों ने इसे औपचारिक रूप से घोषित किया। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भी बताया कि पिछले 48 घंटे में अमेरिका ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, सेना प्रमुख असीम मुनीर और दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों से बातचीत की।

भारत ने तीसरे पक्ष की भूमिका से किया इनकार

हालांकि भारत ने साफ किया कि यह समझौता सीधे भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ है और इसमें किसी तीसरे देश की भूमिका नहीं है। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि सीजफायर का निर्णय द्विपक्षीय वार्ता से लिया गया है, किसी बाहरी ताकत की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की गई है।

पाकिस्तान की नापाक हरकतें जारी

सीजफायर की घोषणा के चंद घंटों बाद ही पाकिस्तान ने सीमा पर फिर से गोलाबारी और ड्रोन हमले शुरू कर दिए। जम्मू-कश्मीर के आरएसपुरा, सांबा, ललियाना, श्रीनगर समेत कई इलाकों में रातभर धमाकों की खबरें आईं। आरएसपुरा सेक्टर में बीएसएफ के उपनिरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज शहीद हो गए, जबकि 7 जवान घायल हुए हैं।

पंजाब, राजस्थान और गुजरात के कई शहरों में सुरक्षा कारणों से ब्लैकआउट करना पड़ा।

केंद्र सरकार ने सेना को दी सख्त कार्रवाई की छूट

सरकार ने संघर्षविराम उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए सेना को माकूल जवाब देने के निर्देश दे दिए हैं। विदेश सचिव ने कहा, “पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि भारत आतंकवाद पर समझौता नहीं करेगा। पाकिस्तान तुरंत अपनी हरकतें रोके।”

फिर होगी DGMO स्तर की बातचीत

शनिवार सुबह भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने दबाव में आकर भारतीय DGMO को कॉल किया। दोनों पक्षों में सहमति बनी कि 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बातचीत होगी ताकि आगे की दिशा तय की जा सके। हालांकि भारत ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी सख्त नीति जारी रहेगी और सिंधु जल संधि निलंबित रहेगी।

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