युक्तियुक्तकरण काउंसलिंग में अब नहीं चलेगी DEO-JD की मनमानी, शिक्षा विभाग ने उठाए कड़े कदम

रायपुर: छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की पदोन्नति और युक्तियुक्तकरण को लेकर चल रहे भ्रष्टाचार और धांधली को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने सख्त रुख अपना लिया है। जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) और ज्वाइंट डायरेक्टरों (JD) द्वारा काउंसलिंग के नाम पर की जा रही वसूली और गुपचुप सौदों को रोकने के लिए अब काउंसलिंग कैमरे की निगरानी में होगी। डीपीआई ने साफ निर्देश दिए हैं कि अब बंद कमरे की काउंसलिंग पर पूरी तरह रोक लगाई जाए और खाली पदों की जानकारी ओपन डिस्प्ले के ज़रिए दी जाए।
भ्रष्टाचार पर चेतावनी
डीपीआई ने अधिकारियों को चेताते हुए कहा है कि यदि काउंसलिंग प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। एक अधिकारी ने यहां तक कहा कि अगर हर शिकायत की जांच व्यक्तिगत रूप से करनी पड़ी, तो वे पीछे नहीं हटेंगे।
दलालों का खेल उजागर
कई जिलों में शिक्षक संगठनों ने आरोप लगाए हैं कि युक्तियुक्तकरण की सूची में हेराफेरी कर, निलंबित शिक्षकों को भी पैसे लेकर बहाल किया जा रहा है। शिक्षकों से 2-3 लाख रुपये तक वसूले जा रहे हैं और ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान उन्हें चुपचाप जॉइनिंग कराई जा रही है। वहीं, दलाल शिक्षकों को “खतरेरहित स्कूलों” में पोस्टिंग का झांसा दे रहे हैं।
कलेक्टर ने भी दिखाई सख्ती
मुंगेली जिले में जब इस तरह की गड़बड़ियों की खबर कलेक्टर तक पहुंची, तो उन्होंने संबंधित अधिकारियों को व्हाट्सएप ग्रुप में ही कड़ी चेतावनी दे दी। उन्होंने साफ कहा कि उन्हें खेल की पूरी जानकारी मिल चुकी है और अब परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।