Chhattisgarh Jal Jeevan Mission: छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन की गड़बड़ियों की जांच करेगी केंद्रीय टीम, कल से दौरे पर आएंगे अफसर

Chhattisgarh Jal Jeevan Mission: छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन के अधूरे काम और भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच के लिए केंद्र सरकार की एक टीम कल प्रदेश के दौरे पर आ रही है। यह टीम राज्य के विभिन्न जिलों में जाकर योजना के क्रियान्वयन की स्थिति का जायजा लेगी और जिन जगहों पर काम अधूरा या गड़बड़ पाया गया है, वहां का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करेगी।

पांच जिलों में सबसे ज्यादा गड़बड़ी

जिन जिलों में जल जीवन मिशन के तहत अधूरा काम और भ्रष्टाचार की सबसे ज्यादा शिकायतें सामने आई हैं, उनमें रायपुर, राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, बस्तर और बेमेतरा शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन जिलों में कई जगहों पर काम पूरा नहीं हुआ है, इसके बावजूद ठेकेदारों को पूरा भुगतान कर दिया गया है।

कई गांवों में नहीं पहुंचा पानी, टंकियां भी अधूरी

जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर ग्रामीण घर तक नल से पानी पहुंचाना है, लेकिन हकीकत इससे काफी अलग नजर आ रही है। कई गांव ऐसे हैं जहां आज तक पानी की टंकी का निर्माण ही पूरा नहीं हो पाया है, और जहां हुआ भी है, वहां टंकी अधूरी और अनुपयोगी हालत में पड़ी है। इस वजह से लाखों ग्रामीण अभी भी स्वच्छ पेयजल से वंचित हैं।

निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर उठे सवाल

जांच का एक बड़ा मुद्दा यह भी है कि जहां टंकियों और पाइपलाइन का निर्माण हुआ है, वहां भी निर्माण की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कई स्थानों पर पाइपलाइन बिछाई गई, लेकिन पानी नहीं पहुंचा। यह दर्शाता है कि योजना के कार्यान्वयन में भारी लापरवाही हुई है।

राजस्व मंत्री का कांग्रेस पर हमला

राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने जल जीवन मिशन में हुई गड़बड़ियों के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में जल जीवन मिशन के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ। मंत्री वर्मा ने दावा किया कि बीजेपी सरकार के आने के बाद से इस योजना की स्थिति में सुधार हुआ है और अधूरे कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जा रहा है।

कांग्रेस का पलटवार

राजस्व मंत्री के आरोपों पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि बीजेपी सरकार को सत्ता में आए अब डेढ़ साल से ज्यादा हो चुके हैं, और अब तक पिछली सरकार को कोसने के बजाय काम पर ध्यान देना चाहिए। कांग्रेस ने यह भी कहा कि जल जीवन मिशन जैसी महत्वपूर्ण योजना पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन की गड़बड़ियों पर अब केंद्र सरकार की सीधी नजर है। केंद्रीय टीम के दौरे से यह साफ हो गया है कि योजना के क्रियान्वयन में गंभीर खामियां रही हैं। अब देखना होगा कि जांच के बाद क्या कार्रवाई होती है और दोषियों के खिलाफ कोई सख्त कदम उठाया जाता है या नहीं। वहीं सियासी स्तर पर भी इस मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो चुके हैं।

Youthwings