छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का ऐलान… पूरे प्रदेश में आर्थिक नाकेबंदी और चक्काजाम

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ में सियासी उबाल तेज हो गया है। इसी मुद्दे को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी की एक अहम बैठक रायपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय ‘राजीव भवन’ में आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश के तमाम बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 22 जुलाई को पूरे छत्तीसगढ़ में आर्थिक नाकेबंदी और चक्काजाम किया जाएगा।
भूपेश बघेल बोले– गिरफ्तारी से ध्यान भटकाना चाहती है बीजेपी
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि विधानसभा में पेड़ कटाई को लेकर कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों से ध्यान भटकाने के लिए ही सुबह 6 बजे ईडी की रेड डाली गई। उन्होंने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी रेड पड़ी, लेकिन इस बार वह विधानसभा पहुंचने में सफल रहे।
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें विधानसभा के दौरान सूचना मिली कि उनके बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया गया है। “10 मार्च के बाद से कोई नोटिस नहीं दिया गया, सीधे गिरफ्तारी कर ली गई। यह पूरी तरह से अवैधानिक कार्रवाई है और कांग्रेस इसका विरोध करती है,” बघेल ने कहा।
“आदिवासियों और सतनामियों की आवाज दबाई जा रही”
पूर्व सीएम बघेल ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष की हर आवाज को दबाया जा रहा है। “देवेंद्र यादव, सतनामी समाज के नेता हों या कवासी लखमा जैसे आदिवासी नेता—सभी को एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। मेरा बेटा राजनीति में भी नहीं है, फिर भी उसे टारगेट किया गया।”
उन्होंने यह भी कहा कि पेड़ कटाई के मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा में विरोध जताया था, इसलिए चुन-चुनकर कांग्रेस नेताओं पर कार्रवाई की जा रही है। “अदानी को पूरा छत्तीसगढ़ सौंपा जा रहा है, और जो विरोध करता है, उसे दबाने की कोशिश की जा रही है,” उन्होंने कहा।
कांग्रेस का नारा– ‘एक पेड़ माँ के नाम, बाकी सब बाप के नाम’
पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि विधानसभा में पेड़ कटाई को लेकर ‘एक पेड़ माँ के नाम, बाकी सब बाप के नाम’ जैसे नारों के जरिए विरोध जताया गया, जो अब पूरे प्रदेश की आवाज बन गया है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ किसी एक नेता की नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की जनता की लड़ाई है।
दीपक बैज का बीजेपी पर हमला– “जनता के सामने बेनकाब हो चुकी सरकार”
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भी प्रेसवार्ता में बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह चरमरा चुका है और सरकार जल, जंगल और जमीन को लूटने में लगी है।
बैज ने कहा, “एक जग, एक चप्पल और एक टीवी की कीमत जनता जान चुकी है। महादेव सट्टा एप के नाम पर पूर्व सीएम को बदनाम किया गया, लेकिन क्या वो एप बंद हुआ? आज भी आरोपी सौरभ और रवि खुले घूम रहे हैं। उल्टा नया एप भी शुरू हो गया है।”
उन्होंने कहा कि स्कूल बंद किए जा रहे हैं, लेकिन शराब दुकानें खुल रही हैं। पेपर लीक हो रहे हैं और यूपीएससी की जगह अब ‘जशपुर मॉडल’ लागू कर दिया गया है, जहां वॉकी-टॉकी से नकल हो रही है।
“हर एजेंसी आजमा लें, कांग्रेस नहीं डरने वाली”
दीपक बैज ने चुनौती देते हुए कहा कि भाजपा जितनी भी एजेंसियां हैं, उन्हें आजमा ले, कांग्रेस डरने वाली नहीं है। “जो राजनीति में नहीं हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। ये सत्ता के दुरुपयोग का सबसे घिनौना रूप है। हम चुप नहीं बैठेंगे। कांग्रेस डबल इंजन सरकार के खिलाफ हर स्तर पर लड़ाई लड़ने को तैयार है।”
बैठक में कांग्रेस नेताओं ने यह भी तय किया कि 22 जुलाई को पूरे प्रदेश में बीजेपी सरकार की नीतियों के खिलाफ आर्थिक नाकेबंदी और चक्काजाम किया जाएगा। कांग्रेस ने स्पष्ट कहा कि यह आंदोलन केवल चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी नहीं, बल्कि प्रदेश की जनता के अधिकारों की लड़ाई है।