Chhattisgarh Chief Secretary: छत्तीसगढ़ को मिल सकता है नया मुख्य सचिव, सुब्रत साहू और मनोज पिंगुआ रेस में सबसे आगे – सीएम और राज्यपाल की मुलाकात से बढ़ी अटकलें

Chhattisgarh Chief Secretary

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रायपुर। Chhattisgarh Chief Secretary: छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। 29 जून की शाम मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अचानक राज्यपाल रामेन डेका से मुलाकात के लिए पहुंचे। यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब प्रदेश के मौजूदा मुख्य सचिव अमिताभ जैन के रिटायरमेंट में केवल एक दिन शेष था। ऐसे में इस मुलाकात को राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

नया मुख्य सचिव आज हो सकता है घोषित

अटकलें तेज हैं कि आज यानी 30 जून को छत्तीसगढ़ को नया मुख्य सचिव मिल सकता है। सबसे आगे नाम है 1992 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुब्रत साहू का। वहीं, 1994 बैच के आईएएस मनोज पिंगुआ भी रेस में हैं और उनका नाम भी गंभीरता से विचाराधीन है। मुख्यमंत्री और राज्यपाल की इस मुलाकात को इसी संदर्भ में देखा जा रहा है, जिसमें संभवतः सीएम ने नए मुख्य सचिव की नियुक्ति संबंधी जानकारी साझा की होगी।

सुब्रत साहू – अनुभवी और प्रभावशाली अधिकारी

सुब्रत साहू वर्तमान में धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं और राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी रामलला तीर्थ दर्शन योजना में उनकी अहम भूमिका रही है। एक सर्वे में उन्हें देश के 50 प्रभावशाली आईएएस अफसरों में शुमार किया गया था। प्रशासनिक कार्यशैली और प्रबंधन में उनकी दक्षता को देखते हुए वे मुख्य सचिव पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।

मनोज पिंगुआ – शांत, सुलझे और प्रशासनिक कुशलता वाले अधिकारी

वहीं मनोज पिंगुआ छत्तीसगढ़ आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं और वर्तमान में गृह एवं जेल विभाग के अपर मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें एक साफ-सुथरी छवि वाला अधिकारी माना जाता है। लंबे समय तक विभिन्न जिलों में कलेक्टर, माध्यमिक शिक्षा मंडल और व्यावसायिक परीक्षा मंडल के प्रमुख के रूप में उन्होंने कार्य किया है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भी वह रह चुके हैं और हाल ही में दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय के अफसरों से मुलाकात के बाद उनके नाम की चर्चा और तेज हो गई है।

अन्य वरिष्ठ अफसर भी चर्चा में

  • सुबोध सिंह: हाल ही में केंद्र से लौटे आईएएस, सीएम सचिवालय में प्रमुख सचिव के तौर पर अहम भूमिका निभा रहे हैं।

  • रेणु पिल्ले: 1991 बैच की वरिष्ठ आईएएस, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं।

  • ऋचा शर्मा: 1994 बैच की आईएएस, वन एवं पर्यावरण विभाग की एसीएस हैं।

  • निधि छिब्बर: केंद्र में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय में सचिव के पद पर कार्यरत हैं।

  • विकासशील: वर्तमान में एशियाई विकास बैंक के कार्यकारी निदेशक के पद पर हैं।

डीजीपी की स्थायी नियुक्ति भी लंबित

मुख्य सचिव की नियुक्ति के साथ-साथ राज्य को एक स्थायी पुलिस महानिदेशक (DGP) भी मिलना है। फिलहाल अरुण देव गौतम कार्यवाहक डीजीपी हैं। गौतम की प्रशासनिक पकड़ और निर्विवाद छवि को देखते हुए उन्हें ही स्थायी डीजीपी बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। राज्य का रिकार्ड रहा है कि कार्यवाहक डीजीपी को ही स्थायी नियुक्ति दी जाती रही है।

राजनीतिक संकेत भी मिल रहे हैं

बताया जा रहा है कि सीएम साय और राज्यपाल के बीच केवल मुख्य सचिव की नियुक्ति ही नहीं, बल्कि संभावित नए मंत्रियों को शामिल करने को लेकर भी बातचीत हुई है। सीएम सचिवालय की ओर से दोनों नेताओं की तस्वीरें जारी की गई हैं और बताया गया है कि राज्य हित से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।

छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक नेतृत्व परिवर्तन की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। आज नए मुख्य सचिव की घोषणा संभव है, जिसमें सुब्रत साहू और मनोज पिंगुआ के नाम सबसे प्रमुख माने जा रहे हैं। साथ ही, स्थायी डीजीपी की नियुक्ति और संभावित मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर भी तैयारियां चल रही हैं। यह स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ की नौकरशाही में एक बड़े बदलाव की तैयारी पूरी हो चुकी है।

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