Chaitanya Baghel News: चैतन्य बघेल की रिमांड आज खत्म, ED कोर्ट में पेश करेगी; कांग्रेस का विरोध और तेज, आज होगी आर्थिक नाकेबंदी

Chaitanya Baghel's remand ends today
रायपुर। Chaitanya Baghel News: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की पांच दिन की कस्टोडियल रिमांड आज खत्म हो रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम आज उन्हें PMLA की विशेष अदालत में पेश करेगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ED अदालत से चैतन्य की रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग कर सकती है।
बघेल की पेशी को लेकर राजधानी रायपुर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। विशेष कोर्ट परिसर के बाहर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं, जिससे किसी भी संभावित विरोध प्रदर्शन या हंगामे से निपटा जा सके।
कांग्रेस आज करेगी दो घंटे की आर्थिक नाकेबंदी
चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस लगातार भाजपा और केंद्र सरकार पर हमलावर है। पार्टी ने गिरफ्तारी को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है और आज राज्यभर में आर्थिक नाकेबंदी करने की घोषणा की है।
कांग्रेस ने बताया कि यह विरोध दोपहर 12 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया जाएगा। हालांकि इस दौरान एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और मेडिकल सुविधाओं को बाधित नहीं किया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कांग्रेस के इस कदम का विरोध करते हुए आंदोलन को समर्थन देने से इनकार कर दिया है। चैंबर का कहना है कि राजनीतिक कारणों से व्यापारियों और आम जनता को परेशान करना उचित नहीं है।
विकास उपाध्याय ने लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “भाजपा, अडानी समूह के साथ मिलकर रायगढ़ के तमनार इलाके में अवैध वृक्षों की कटाई कर रही है। इसका विरोध खुद भूपेश बघेल कर रहे थे, इसलिए केंद्र की मोदी सरकार राजनीतिक द्वेषवश उनके बेटे को निशाना बना रही है।”
उन्होंने कहा कि आज का आंदोलन सिर्फ चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी का विरोध नहीं है, बल्कि यह आंदोलन उन नेताओं को “जागने” के लिए किया जा रहा है जो लोकतंत्र के खिलाफ सरकारी एजेंसियों को हथियार बना रहे हैं। उपाध्याय ने भाजपा की नीतियों को हिटलरशाही करार देते हुए कहा कि ईडी और सीबीआई को कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।
भाजपा का पलटवार – गिरफ्तारी नियम के अनुसार
वहीं भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को राजनीतिक ड्रामा बताया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि ईडी की कार्रवाई पूरी तरह कानून के तहत हो रही है और चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी जांच का हिस्सा है। कांग्रेस इस मामले को अनावश्यक रूप से राजनीतिक रंग दे रही है ताकि असली मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सके।
चैतन्य बघेल की रिमांड खत्म होने और पेशी के दिन कांग्रेस द्वारा प्रदेशव्यापी आर्थिक नाकेबंदी ने छत्तीसगढ़ की राजनीति को गरमा दिया है। एक ओर जहां कांग्रेस इसे तानाशाही के खिलाफ जन आंदोलन बता रही है, वहीं भाजपा इसे जांच एजेंसियों के कार्य में राजनीतिक हस्तक्षेप कह रही है। अब देखना यह होगा कि विशेष अदालत चैतन्य बघेल की रिमांड पर क्या फैसला सुनाती है और कांग्रेस के आंदोलन का जमीनी असर कितना देखने को मिलता है।