Keshkal Bypass in Kondagaon: कोंडागांव में बनेगा करोड़ों की लागत से बाईपास, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी, मुख्यमंत्री साय ने जताया आभार

कोंडागांव। Keshkal Bypass in Kondagaon: बस्तर और रायपुर के बीच सफर अब और भी आसान होने वाला है। केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में करोड़ों रुपये की लागत से एक नए केशकाल बाईपास रोड के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के तहत 307.96 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। यह बाईपास बस्तर अंचल को राजधानी से जोड़ने वाली सड़क यात्रा को न केवल सुगम बनाएगा, बल्कि यात्रा को सुरक्षित और बाधा रहित भी बनाएगा।

मुख्यमंत्री साय ने जताया केंद्र सरकार का आभार

इस बड़ी घोषणा के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि केशकाल घाट क्षेत्र में बाईपास के निर्माण से ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी और यात्रियों को निर्बाध और सुरक्षित सफर का अनुभव मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इस स्वीकृति को केंद्र सरकार की दूरदृष्टि और विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।

बस्तर के विकास की दिशा में निर्णायक कदम

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह स्वीकृति बस्तर अंचल के लिए एक निर्णायक पहल है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की सराहना करते हुए कहा कि उनकी योजनाबद्ध नीतियों और निर्णयों से बस्तर की तस्वीर बदल रही है।

मंत्री केदार कश्यप ने भी जताया आभार

छत्तीसगढ़ सरकार के वन मंत्री केदार कश्यप ने भी केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री गडकरी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि यह परियोजना बस्तर की प्रगति में डबल इंजन सरकार की एक और मिसाल है। मंत्री कश्यप ने कहा कि यह परियोजना बस्तर की सड़क कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास में बड़ा बदलाव लाएगी।

क्या होगा इस बाईपास का महत्व?

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस परियोजना की जानकारी अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से साझा की। उन्होंने बताया कि कोंडागांव जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर 11.380 किलोमीटर लंबा चार लेन बाईपास बनाया जाएगा। यह बाईपास पेव्ड शोल्डर मानक (Paved Shoulder Standard) के अनुसार तैयार किया जाएगा, जिससे वाहनों की गति और सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।

इस बाईपास के बनने से केशकाल घाट में लगने वाले जाम और दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी। साथ ही, भारी मालवाहक वाहनों के लिए भी यह रास्ता एक सहज वैकल्पिक मार्ग बन जाएगा।

बस्तर को मिलेगा कनेक्टिविटी का नया आयाम

यह बाईपास न केवल ट्रैफिक सुधार में सहायक होगा, बल्कि बस्तर को राजधानी से जोड़ने वाले मार्ग पर एक नई कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित करेगा। इससे पर्यटन, उद्योग और निवेश की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। स्थानीय लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी और व्यवसायिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी।

कोंडागांव जिले में बनने वाला यह बाईपास बस्तर अंचल की यातायात व्यवस्था को आधुनिक और सुरक्षित बनाएगा। यह परियोजना न केवल भौगोलिक दूरी को कम करेगी, बल्कि बस्तर के विकास की रफ्तार को भी बढ़ावा देगी। मुख्यमंत्री साय और उनके मंत्रीमंडल द्वारा जताया गया आभार इस बात का संकेत है कि राज्य सरकार केंद्र से मिल रहे सहयोग को जनहित में प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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