सबसे बड़ा एंटी नक्सल ऑपरेशन स्थगित: भारत-पाक तनाव का असर, सुरक्षाबलों को मुख्यालय बुलाया गया

बीजापुर : भारत और पाकिस्तान के बीच जारी युद्ध की स्थिति का असर अब देश के आंतरिक सुरक्षा अभियानों पर भी दिखाई देने लगा है। तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की सीमा पर चल रहे कररेगुट्टा नक्सल ऑपरेशन को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। CRPF समेत विभिन्न सुरक्षा बलों के सभी जवानों को वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन्हें जल्द ही संबंधित मुख्यालयों में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।

18 दिनों से चल रहा था सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन:

गौरतलब है कि बीजापुर में पिछले 18 दिनों से देश का अब तक का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी ऑपरेशन चल रहा था। इस सघन अभियान में अब तक कुल 26 नक्सलियों को ढेर किया जा चुका है। सुरक्षा बलों की लगातार कार्यवाही से नक्सलियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था और ऑपरेशन अपने निर्णायक चरण में पहुंच रहा था।

CRPF के जवान वापस लौट रहे:

हालांकि, भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव और युद्ध जैसे हालातों के मद्देनज़र सुरक्षा बलों की रणनीतिक तैनाती में बदलाव किया गया है। ऐसे में कररेगुट्टा ऑपरेशन को फिलहाल रोकने का निर्णय लिया गया है। फिलहाल सभी CRPF के जवान वापस लौट रहे हैं।

 

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