‘कांग्रेस नेताओं को डराने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही भाजपा सरकार’: सचिन पायलट

रायपुर: एआईसीसी महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट दो दिवसीय दौरे पर राजधानी गेट पहुंचे। पहले दिन उन्होंने प्रदेश के सीनियर नेताओं एवं विधायकों के साथ विस्तृत चर्चा की और इसके बाद जिला एवं शहर कांग्रेस अध्यक्षों से सीधे फीडबैक लिया। चर्चाओं के बाद उन्होंने विधानमंडल के मानसून सत्र में विधायकों को राज्य सरकार से सख्त सवाल पूछने और उनके खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने की सलाह दी।
दिल्ली के इशारे की बात कही:
पायलट ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि छत्तीसगढ़ में जो भी हो रहा है, वह “दिल्ली के इशारे पर” हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जांच एजेंसियों का उपयोग विरोधी नेताओं और कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने के लिए कर रही है।
किसानों की मुश्किल, कानून-व्यवस्था की हालत:
उन्होंने बताया कि इस साल खरीफ की तैयारी जारी है, लेकिन खाद और बीज की कमी से किसान परेशान हैं। साथ ही, कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। पायलट ने दावा किया कि पूरे राज्य में, विशेषकर राजधानी में, कई बार गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं। उनका कहना था कि नियम-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।
“बदले की भावना से काम कर रही भाजपा सरकार”:
प्रदेश प्रभारी पायलट ने कहा कि राज्य सरकार सुधार नहीं बल्कि “बदले की भावना” से चल रही है। उनकी आलोचना का केंद्र स्कूलों की बंदी और पूर्व कांग्रेस सरकार की योजनाओं को रद्द करना रहा, जिसे उन्होंने “युवाओं के साथ धोखा” बताया।
जांच एजेंसियों पर तीखा हमला:
पायलट ने कहा, “भाजपा की सरकार एक काम बहुत अच्छे से कर रही है — जांच और छापे के नाम पर कांग्रेस के नेताओं को डराना।” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यालयों पर जब्ती की कार्रवाई राजनीतिक दबाव में और निजी vendetta के तहत की जा रही है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कौन थे शामिल:
सचिन पायलट के साथ नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और अन्य विधायक व पदाधिकारी मौजूद रहे।