पश्चिम बंगाल में हिंसा चरम पर: मुर्शिदाबाद फिर सुलगा, एक हफ्ते में दूसरे TMC नेता की हत्या

रायपुर। पश्चिम बंगाल में चुनावी साल से पहले राजनीतिक हिंसा तेजी से बढ़ती जा रही है। विशेष रूप से मुर्शिदाबाद जिला फिर से एक बार खून-खराबे की आग में झुलस रहा है। एक हफ्ते के भीतर जिले में यह दूसरी हत्या है, जिसमें टीएमसी (TMC) नेताओं को निशाना बनाया गया है। शुक्रवार को रेजिनगर इलाके में टीएमसी बूथ अध्यक्ष प्रतिताब पाल पर धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी गई।
टोटो से लौटते समय हुआ जानलेवा हमला
पार्टी के स्थानीय नेताओं के अनुसार, प्रतिताब पाल शुक्रवार शाम टोटो वाहन से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान कुछ बदमाशों ने घात लगाकर उन पर तलवार से हमला कर दिया। हमले में गंभीर रूप से घायल होने के बाद उन्हें मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हमलावर हमला करके मौके से फरार हो गए।
मृतक ने मरने से पहले किए थे हमलावरों के नाम उजागर
पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष मंजुर शेख ने बताया कि प्रतिताब पाल बूथ अध्यक्ष के रूप में सक्रिय थे और उनका स्थानीय स्तर पर मजबूत प्रभाव था। उन्होंने मरने से पहले कुछ हमलावरों की पहचान भी की थी, जिसकी जानकारी पुलिस को दी गई है। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एक महीने में छह TMC नेताओं की हत्या: भाजपा विधायक का दावा
इस ताजा हत्या के बाद भाजपा विधायक सुब्रत मैत्रा ने बयान जारी कर कहा, “जुलाई महीने में अब तक छह तृणमूल नेताओं की हत्या हो चुकी है। इनमें से कुछ मामलों में तृणमूल कार्यकर्ताओं को ही गिरफ्तार किया गया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं के लिए भाजपा को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, जबकि रेजिनगर जैसे क्षेत्रों में हमारा कोई मजबूत संगठन तक नहीं है।”
भरतपुर में भी तृणमूल कार्यकर्ता की बेरहमी से हत्या
इससे पहले बीते सप्ताह मुर्शिदाबाद के भरतपुर क्षेत्र में तृणमूल कार्यकर्ता षष्ठी की हत्या कर दी गई थी। बुधवार रात करीब 11 बजे घर लौटते समय कुछ लोगों से उनकी कहासुनी हो गई थी। उसी दौरान दो बाइकों पर सवार पांच बदमाशों ने उन पर धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल षष्ठी की मौके पर ही मौत हो गई थी। हमले के बाद अपराधी फरार हो गए थे और स्थानीय लोगों ने देर रात पुलिस को सूचना दी थी।
बढ़ती हिंसा से चिंतित जनता, चुनावी माहौल गरमाया
लगातार हो रही हत्याओं से स्थानीय जनता में दहशत का माहौल है। एक ओर जहां तृणमूल कांग्रेस इस हिंसा के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहरा रही है, वहीं भाजपा इसे टीएमसी के अंदरूनी झगड़े का नतीजा बता रही है। विधानसभा चुनावों से पहले हो रही इन हत्याओं से बंगाल का सियासी माहौल गरमा गया है और कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं।