Sachin Pilot Raipur Visit: चैतन्य बघेल से मिलेंगे सचिन पायलट, रायपुर में कांग्रेस की सियासी रणनीति होगी तेज

Sachin Pilot Raipur Visit

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रायपुर। Sachin Pilot Raipur Visit: छत्तीसगढ़ में इन दिनों सबसे अधिक चर्चा में है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल, जो आबकारी घोटाले के मामले में फिलहाल रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट शनिवार सुबह रायपुर पहुंच रहे हैं। वे जेल जाकर चैतन्य बघेल से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।

सुबह पहुंचेगे रायपुर, जेल में करेंगे भेंट

सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट शनिवार सुबह 8 बजे रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। वहां से वे सीधे रायपुर सेंट्रल जेल जाएंगे, जहां चैतन्य बघेल से मुलाकात का कार्यक्रम तय है। इस मुलाकात को कांग्रेस की भावनात्मक एकजुटता के तौर पर देखा जा रहा है, साथ ही माना जा रहा है कि इसके जरिए पार्टी राज्य में भाजपा सरकार और केंद्र पर दबाव बनाने की रणनीति को भी धार देगी।

गिरफ्तारी के बाद गरमाई सियासत

गौरतलब है कि चैतन्य बघेल को ईडी ने 18 जुलाई को उनके जन्मदिन के दिन भिलाई स्थित आवास से गिरफ्तार किया था। उन पर आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लेनदेन के गंभीर आरोप हैं। गिरफ्तारी के बाद से प्रदेश की सियासत गर्म है। कांग्रेस इस कार्रवाई को राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बता रही है और पूरे राज्य में आर्थिक नाकेबंदी और प्रदर्शन कर चुकी है। कांग्रेस का कहना है कि यह कार्रवाई उद्योगपति गौतम अडानी के इशारे पर की गई है, क्योंकि भूपेश बघेल सरकार ने राज्य में पेड़ों की कटाई और खनन को लेकर सवाल उठाए थे।

भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने

वहीं भाजपा ने चैतन्य की गिरफ्तारी को जांच एजेंसियों की स्वतंत्र कार्रवाई बताया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि भूपेश बघेल के शासनकाल में हुए कई घोटालों की परतें अब खुल रही हैं और जांच एजेंसियों के पास पर्याप्त सबूत हैं। भाजपा का दावा है कि कांग्रेस अब इन मामलों से ध्यान भटकाने के लिए गिरफ्तारी को सियासी रंग देने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस की रणनीति को मिल सकती है नई दिशा

सचिन पायलट की यह मुलाकात केवल एक संवेदनात्मक भेंट नहीं मानी जा रही, बल्कि इसके बहाने कांग्रेस एक नई रणनीति पर काम कर सकती है। संभावना जताई जा रही है कि पायलट पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बंद कमरे में बैठक कर इस मुद्दे पर आगे की सियासी रणनीति तय करेंगे। आगामी समय में कांग्रेस केंद्र और राज्य सरकार पर हमले और तेज कर सकती है।

सचिन पायलट की रायपुर यात्रा ने एक बार फिर इस मसले पर सियासी पारा चढ़ा दिया है और अब सबकी नजर इस बात पर होगी कि कांग्रेस आगे क्या रुख अपनाती है।

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