अब मोटी सैलरी के लिए नहीं जाना होगा दिल्ली-मुंबई! चेन्नई-हैदराबाद बन रहे युवाओं की नई पसंद, Indeed सर्वे में बड़ा खुलासा

देश के युवाओं के करियर विकल्पों को लेकर बड़ी तस्वीर बदल रही है। अब अच्छी सैलरी और करियर ग्रोथ के लिए दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों की ओर रुख करना मजबूरी नहीं रही। हाल ही में जॉब पोर्टल Indeed द्वारा किए गए सर्वे में सामने आया है कि अब चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद जैसे शहर करियर की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। यहां न सिर्फ सैलरी बढ़िया मिल रही है, बल्कि जीवनशैली भी सस्ती और बेहतर मानी जा रही है।

अब छोटे शहरों की ओर युवाओं का रुझान

जहां पहले दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और पुणे जैसे मेट्रो शहर करियर की शुरुआत के लिए आदर्श माने जाते थे, वहीं अब इनका स्थान धीरे-धीरे चेन्नई, हैदराबाद और अहमदाबाद जैसे शहर ले रहे हैं। इन शहरों में कंपनियां न केवल युवाओं को अच्छा वेतन दे रही हैं, बल्कि रहने का खर्च भी कम है, जिससे बचत अधिक और जीवन स्तर बेहतर हो रहा है।

Indeed सर्वे से हुआ ट्रेंड में बदलाव का खुलासा

Indeed द्वारा किए गए इस सर्वे में देशभर के 1300 नियोक्ताओं और 2500 से अधिक कर्मचारियों की राय ली गई। इसमें फ्रेशर्स से लेकर अनुभवी प्रोफेशनल्स तक की सैलरी, खर्च, वर्क-लाइफ बैलेंस और जीवनशैली के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखा गया।

सर्वे के अनुसार, हैदराबाद, चेन्नई और अहमदाबाद में सैलरी ग्रोथ की रफ्तार अब पारंपरिक मेट्रो शहरों से ज्यादा है। इन शहरों में टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, ई-कॉमर्स और फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में जबरदस्त भर्तियां हो रही हैं।

फ्रेशर्स के लिए चेन्नई सबसे बेहतर

रिपोर्ट के मुताबिक, करियर की शुरुआत करने वाले युवाओं के लिए चेन्नई सबसे पसंदीदा शहर बन गया है। यहां फ्रेशर्स को औसतन ₹30,100 प्रतिमाह सैलरी मिल रही है, जो अन्य मेट्रो शहरों की तुलना में अधिक है।

वहीं, हैदराबाद में 5 से 8 साल के अनुभव वाले प्रोफेशनल्स को औसतन ₹69,700 प्रतिमाह वेतन मिल रहा है, जो कि मेट्रो शहरों की तुलना में अधिक माना गया है।

दिल्ली-मुंबई में सैलरी का मूल्य हुआ कम

हालांकि दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में नौकरियों की संख्या अधिक है, लेकिन यहां की महंगाई लोगों की कमाई को निगल रही है। सर्वे में शामिल 69% कर्मचारियों ने कहा कि उनकी सैलरी उनके शहर की लागत के अनुसार पर्याप्त नहीं है।

  • दिल्ली में 96% कर्मचारियों ने कहा कि सैलरी महंगाई के अनुसार नहीं है

  • मुंबई में यह आंकड़ा 95%

  • पुणे में 94%

  • बेंगलुरु में 93% तक पहुंच गया

इसकी सबसे बड़ी वजहें हैं – ऊंचा किराया, महंगी ट्रैवलिंग, बढ़ती खाद्य सामग्री की कीमत और बच्चों की पढ़ाई में लगने वाला भारी खर्च।

बदलती सोच, बदलते शहर

सर्वे से यह भी सामने आया कि अब युवा सस्ती जीवनशैली और संतुलित करियर के लिए उन शहरों को प्राथमिकता दे रहे हैं जहां रहना आसान हो और कमाई बचत में बदले। हैदराबाद, चेन्नई और अहमदाबाद अब ऐसे शहर बन गए हैं जहां सैलरी, जीवनशैली और वर्क-लाइफ बैलेंस का अच्छा मेल है।

कंपनियां भी इन शहरों में निवेश कर रही हैं और बेहतर माहौल, ग्रोथ और कम प्रतिस्पर्धा के कारण युवा तेजी से इनकी ओर आकर्षित हो रहे हैं।

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