अयोध्या के प्रसाद में मिलावट नागा साधु करेंगे औचक छापेमारी, निर्वाणी अखाड़े ने किया ऐलान

अयोध्या: सावन मास और झूला मेले से पहले अयोध्या में मिलावटखोरी के खिलाफ अब नागा साधु खुद मोर्चा संभाल चुके हैं। हनुमानगढ़ी के निर्वाणी अखाड़े ने “पहचान अभियान” की शुरुआत की है, जिसके तहत शहर की दुकानों पर औचक छापेमारी की जाएगी। यह कदम श्रद्धालुओं को प्रसाद में हो रही मिलावट और धोखाधड़ी से बचाने के लिए उठाया गया है।

नागा साधुओं की टीम करेगी प्रसाद की जांच:

निर्वाणी अखाड़े की ओर से चार सदस्यों की विशेष टीम बनाई गई है, जिसमें नागा साधु और व्यापारी नेता शामिल हैं। यह टीम किसी भी समय किसी भी दुकान पर पहुंचकर प्रसाद की गुणवत्ता की जांच कर सकती है। यदि प्रसाद में मिलावट या ठगी पकड़ी गई, तो संबंधित दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी।

देशी घी के नाम पर सस्ते तेल की मिलावट पर सख्ती:

रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद देशी घी से बने लड्डू चढ़ाने का निर्देश दिया गया था। लेकिन, कई दुकानदारों द्वारा देशी घी के नाम पर सस्ते तेल का इस्तेमाल कर श्रद्धालुओं की भावनाओं से खिलवाड़ करने की शिकायतें सामने आई हैं। इस प्रकार की धोखाधड़ी को अब पूरी तरह से रोका जाएगा।

प्रसाद के डिब्बों पर नाम और मोबाइल नंबर अनिवार्य:

1 जुलाई 2025 से सभी प्रसाद डिब्बों पर दुकानदार का नाम और मोबाइल नंबर लिखना अनिवार्य कर दिया गया है। इससे ठगी करने वालों की पहचान आसानी से की जा सकेगी। जो दुकानदार इस नियम का उल्लंघन करेंगे, उन्हें इसके लिए स्वयं जिम्मेदार माना जाएगा।

महंत संजय दास की चेतावनी:

हनुमानगढ़ी के महंत संजय दास ने साफ चेतावनी दी है कि श्रद्धालुओं के साथ अब कोई भी धोखा नहीं कर पाएगा। उन्होंने कहा, “नागा साधु खुद दुकान-दुकान जाकर जांच करेंगे, और दोषी पाए गए लोगों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा।”

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