Naxali Bhaskar Encounter: 45 लाख के इनामी नक्सली भास्कर राव का आंध्र प्रदेश में अंतिम संस्कार, मुठभेड़ में हुई थी मौत

Naxali Bhaskar Encounter
Naxali Bhaskar Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में हाल ही में हुई एक बड़ी नक्सली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 45 लाख के इनामी नक्सली भास्कर राव को ढेर कर दिया था। सोमवार सुबह उसका अंतिम संस्कार आंध्र प्रदेश के आदिलाबाद जिले में उसके पैतृक गांव में किया गया। हैरानी की बात यह रही कि अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों से जुड़े लोग भी शामिल हुए और इस दौरान भास्कर राव के पोस्टर तथा अंतिम विदाई के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
इंद्रावती नेशनल पार्क में हुई थी मुठभेड़
घटना शुक्रवार की सुबह की है जब सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि बीजापुर के इंद्रावती नेशनल पार्क क्षेत्र में नक्सलियों का एक शीर्ष नेता मौजूद है। इस सूचना पर पुलिस और केंद्रीय बलों की संयुक्त टीम को भेजा गया। जंगल में गश्त के दौरान अचानक माओवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षाबलों ने भी मोर्चा संभाला। मुठभेड़ के बाद इलाके की सर्चिंग में एक नक्सली का शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान तेलंगाना निवासी भास्कर राव के रूप में हुई।
ऑटोमेटिक हथियार बरामद, भास्कर पर था भारी इनाम
भास्कर राव नक्सल संगठन में एक शीर्ष पद पर कार्यरत था और उस पर दो राज्यों – छत्तीसगढ़ में 25 लाख और तेलंगाना में 20 लाख – कुल 45 लाख रुपये का इनाम घोषित था। घटनास्थल से सुरक्षाबलों ने ऑटोमेटिक हथियार भी जब्त किए हैं। यह मुठभेड़ सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है क्योंकि भास्कर राव लंबे समय से बस्तर क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा गया परिजनों को
नक्सली भास्कर राव के शव को आवश्यक प्रक्रियाओं के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जहां औपचारिक पहचान और कानूनी कार्रवाई पूरी होने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद सोमवार सुबह उसका अंतिम संस्कार आदिलाबाद में किया गया।
अंतिम संस्कार में जुटी भीड़, वायरल हुए वीडियो
भास्कर राव के अंतिम संस्कार के दौरान उसके समर्थकों ने बड़े-बड़े पोस्टर लगाए और अंतिम विदाई की पूरी प्रक्रिया का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अंतिम संस्कार में कई राजनीतिक दलों के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी नजर आए, जिससे एक नया विवाद खड़ा हो गया है। सुरक्षाबलों और प्रशासन ने मामले पर नज़र बनाए रखी है।
नक्सल नेटवर्क को झटका
भास्कर राव की मौत को सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। वह नक्सल संगठन का एक रणनीतिकार था और बस्तर सहित कई संवेदनशील क्षेत्रों में उसकी सक्रियता लंबे समय से बनी हुई थी। उसकी मौत से नक्सल नेटवर्क को बड़ा झटका माना जा रहा है। फिलहाल सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र में सघन सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है ताकि संगठन के बाकी सक्रिय सदस्यों को भी गिरफ्तार या निष्क्रिय किया जा सके।