Home Vastu Tips: जूते-चप्पलों को यहां रखें वरना घर में बढ़ सकती है नकारात्मक ऊर्जा और आर्थिक तंगी

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मुख्य द्वार केवल प्रवेश द्वार नहीं, बल्कि ऊर्जा का केंद्र भी होता है। इसे “घर का मुख” कहा जाता है, जहां से सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। इसलिए इसके आसपास की स्वच्छता और व्यवस्था अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
मुख्य द्वार पर जूते-चप्पल रखने से बचें
अक्सर लोग घर के प्रवेश द्वार पर ही अपने जूते-चप्पल उतार देते हैं, लेकिन वास्तु के अनुसार यह आदत अशुभ मानी जाती है। मुख्य द्वार पर जूते-चप्पल रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और मां लक्ष्मी का अपमान माना जाता है। इससे घर में आर्थिक समस्याएं, मानसिक तनाव और अस्थिरता बढ़ सकती है।
जूते-चप्पलों का सही स्थान क्या है?
वास्तु के अनुसार जूते-चप्पल रखने का उचित स्थान घर के दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम दिशा में होना चाहिए। जूता-रैक यदि बंद और साफ-सुथरा हो तो और भी अच्छा है। खुले में गंदे जूते-चप्पल रखने से घर में रोग, कलह और नकारात्मकता का प्रभाव बढ़ सकता है।
भारतीय संस्कृति और ऊर्जा संतुलन
भारतीय परंपरा में घर में प्रवेश से पहले जूते-चप्पल बाहर उतारना केवल स्वच्छता नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा संतुलन बनाए रखने का प्रतीक भी है।
मुख्य द्वार को ऐसे रखें सकारात्मक
- द्वार को हमेशा साफ, सुंदर और सुव्यवस्थित रखें
- वहां पर शुभ प्रतीकों जैसे स्वस्तिक, ॐ, मंगल कलश आदि का प्रयोग करें
- अगरबत्ती या प्राकृतिक सुगंधियों का प्रयोग करें ताकि वहां सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे