‘सुशासन तिहार’ में मांदरी पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, ग्रामीणों से चौपाल में की सीधी बात

कांकेर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज कांकेर जिले के ग्राम मांदरी पहुंचे, जहां उन्होंने ‘सुशासन तिहार’ के तहत चौपाल लगाकर ग्रामीणों से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री के साथ उनके प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह और सचिव डॉ. बसवराजू एस. भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री रायपुर पुलिस ग्राउंड स्थित हेलीपैड से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना हुए और मांदरी के हेलीपैड पर उनका स्वागत किया गया। इसके बाद वे सीधे चौपाल स्थल पहुंचे, जहां चारपाई पर बैठकर उन्होंने आत्मीयता से ग्रामीणों की बातों को सुना और उन्हें कई विकास योजनाओं की सौगात दी।

चौपाल में दिखी सरकार की संवेदनशीलता

चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि राज्य सरकार गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुन रही है और उनका तुरंत समाधान कर रही है। इसी कड़ी में ‘सुशासन तिहार’ का आयोजन किया जा रहा है ताकि शासन जनता के बीच जाकर संवाद कर सके।

मुख्यमंत्री ने की कई बड़ी घोषणाएं

मुख्यमंत्री ने मांदरी और आस-पास के इलाकों के लिए कई अहम घोषणाएं कीं, जिनमें शामिल हैं:

  • मांदरी हाई स्कूल में बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की मंजूरी।
  • आंगनबाड़ी केंद्र भवन के लिए बाउंड्रीवाल निर्माण हेतु 5 लाख रुपये की स्वीकृति।
  • साल्हेभांट गांव में 600 मीटर सीसी सड़क के निर्माण के लिए 15 लाख रुपये की घोषणा।
  • झुरा नाला से सिंचाई के लिए लाइन विस्तार हेतु 3.50 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई।

सरकार की प्राथमिकता: विकास और संवाद

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि शासन की योजनाएं धरातल तक पहुंचे और लोगों को सीधे लाभ मिले। उन्होंने कहा कि ऐसी चौपालों के माध्यम से प्रशासन और जनता के बीच की दूरी कम हो रही है।

अधिकारियों की मौजूदगी में लिया फीडबैक

इस कार्यक्रम में कांकेर विधायक आशा नेताम, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण नूरेटी, बस्तर कमिश्नर डोमन सिंह, कांकेर कलेक्टर निलेश क्षीरसागर, तथा कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि घोषित सभी कार्यों को समयसीमा के भीतर पूरा किया जाए।

ग्रामीणों ने जताया आभार

मुख्यमंत्री के इस दौरे से गांव में उत्साह का माहौल रहा। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि पहली बार कोई मुख्यमंत्री सीधे गांव पहुंचकर हमारी बातें सुन रहा है।

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