अनावरण से पहले गायब हुई अजीत जोगी की प्रतिमा, देर रात जेसीबी से हटाया गया, JJP कार्यकर्ताओं का अनशन शुरू

रायपुर: छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले के गौरेला शहर में उस समय हड़कंप मच गया जब ज्योतिपुर चौराहे पर अनावरण के लिए रखी गई प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी की आदमकद प्रतिमा अचानक गायब हो गई। यह प्रतिमा 29 मई को जोगी की पुण्यतिथि पर अनावरण के लिए तैयार की गई थी। प्रतिमा के अचानक हटाए जाने के बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (JJP) के कार्यकर्ताओं ने विरोधस्वरूप अनशन शुरू कर दिया।
रात 2:30 बजे जेसीबी से हटाई गई प्रतिमा:
कुछ दिन पहले ही प्रतिमा को गौरेला के ज्योतिपुर चौराहे पर एक मंच पर स्थापित किया गया था। लेकिन 22 मई को गौरेला नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) ने प्रतिमा स्थापित करने वाली निर्माण कंपनी को नोटिस जारी कर इसे तुरंत हटाने के निर्देश दिए थे।
गौरेला थाना प्रभारी नवीन बोरकर के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि प्रतिमा को रात करीब 2:30 बजे एक जेसीबी मशीन की मदद से हटाया गया। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और उस जेसीबी मशीन का भी पता लगा लिया गया है, जिसे जब्त करने की कार्रवाई चल रही है।
बिना अनुमति की गई थी प्रतिमा स्थापना:
नगर पालिका द्वारा जारी नोटिस में कहा गया था कि जिस चबूतरे पर प्रतिमा रखी गई थी, वह उद्यान निर्माण के कार्य का हिस्सा है, और प्रतिमा की स्थापना बिना किसी अनुमति के की गई थी। यह निकाय के कार्य आदेशों और लोक निर्माण विभाग की नियमावली के खिलाफ है। CMO ने निर्माण कंपनी श्री गणेश कंस्ट्रक्शन को 24 घंटे के भीतर प्रतिमा हटाकर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया था, अन्यथा विधिक कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी।
प्रतिमा वापस स्थान पर रखी गई, जांच जारी:
घटना के बाद नगर प्रशासन ने प्रतिमा को वापस उसी स्थान पर रखवा दिया है जहाँ उसे अनावरण के लिए रखा गया था। गौरेला की एसडीएम ऋचा चंद्राकर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।
अमित जोगी का विरोध प्रदर्शन:
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र और जेजेपी नेता अमित जोगी ने प्रतिमा हटाने को अपमानजनक बताते हुए अपने समर्थकों के साथ उसी स्थान पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ प्रतिमा पर हमला नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की भावनाओं का अपमान है। जोगी जी भले शारीरिक रूप से हमारे बीच न हों, लेकिन वे हर दिल में जीवित हैं।” अमित जोगी ने प्रतिमा हटाने वालों के खिलाफ कार्रवाई और 24 घंटे के भीतर मूर्ति को फिर से स्थापित करने की मांग की है।
राज्य के पहले मुख्यमंत्री थे अजीत जोगी:
उल्लेखनीय है कि अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री थे। उन्होंने 2000 से 2003 तक कांग्रेस सरकार का नेतृत्व किया था। जून 2016 में कांग्रेस से अलग होकर उन्होंने अपनी पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की स्थापना की थी। मई 2020 में उनका निधन हो गया था। उनकी स्मृति में यह प्रतिमा उनकी जन्मस्थली ज्योतिपुर में स्थापित की जा रही थी।