CPI (माओवादी) को करारा झटका: महासचिव बसवराजु अबूझमाड़ मुठभेड़ में ढेर, 27 माओवादी मारे गए, भारी हथियार बरामद

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के घने जंगलों में चलाए गए एक ऐतिहासिक माओवादी विरोधी अभियान में सुरक्षाबलों ने CPI (माओवादी) को अब तक का सबसे बड़ा झटका दिया है। इस मुठभेड़ में संगठन के महासचिव और सबसे शीर्ष नेता नम्बाला केशव राव उर्फ़ बसवराजु उर्फ़ बीआर दादा उर्फ़ गंगन्ना को मार गिराया गया है। बसवराजु के सिर पर ₹1 करोड़ का इनाम था और वह माओवादी आंदोलन की विचारधारा से लेकर सैन्य रणनीति तक का मुख्य मस्तिष्क माना जाता था।
निर्णायक अभियान: चार जिलों की डीआरजी टीमों की बड़ी कार्रवाई
इस ऑपरेशन के लिए नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव जिलों की डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) की टीमें अबूझमाड़ के जंगलों में भेजी गई थीं। 18 मई को शुरू हुए इस अभियान की योजना छत्तीसगढ़ एसआईबी द्वारा प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर बनाई गई थी, जिसमें बताया गया था कि CPI (माओवादी) महासचिव बसवराजु सहित PLGA और DKSZC के वरिष्ठ माओवादी दस्ते सीमा क्षेत्र में मौजूद हैं।
मुठभेड़ में 27 माओवादी ढेर, हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद
21 मई 2025 की सुबह अबूझमाड़ के जंगलों में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। माओवादियों ने अचानक अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों ने कुशलता से मोर्चा संभाला। जवाबी कार्रवाई में CPI (माओवादी) महासचिव बसवराजु सहित कुल 27 माओवादी मारे गए। तलाशी अभियान के दौरान भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार भी बरामद हुए, जिनमें शामिल हैं:
- AK-47 – 03
- INSAS – 06
- SLR – 04
- 303 राइफल – 06
- कार्बाइन – 01
- BGL लॉन्चर – 01
- रॉकेट लॉन्चर (Surka) – 02
- 12 बोर – 02
- देसी पिस्तौल – 01
- भरमार बंदूक – 02
साथ ही भारी मात्रा में गोलाबारूद और विस्फोटक भी जब्त किए गए।
बसवराजु का प्रोफाइल: विचारधारा से युद्ध तक का सफर
- पूरा नाम: नम्बाला केशव राव
- उपनाम: बसवराज, बीआर, गंगन्ना, प्रकाश, कृष्णा
- जन्म: श्रीकाकुलम, आंध्र प्रदेश
- उम्र: 70 वर्ष
- शिक्षा: बी.टेक (केमिकल इंजीनियरिंग), NIT वारंगल
- जाति: कालिंगा
वर्तमान पद: महासचिव, CPI (माओवादी) (2018 से)
अन्य भूमिकाएं: संस्थापक केंद्रीय समिति सदस्य, पोलितब्यूरो सदस्य, CMC प्रमुख
विशेषज्ञता: गुरिल्ला युद्ध, विस्फोटक, IED, सैन्य प्रशिक्षण, रणनीति
बसवराजु के नेतृत्व में हुए बड़े हमले:
- 2004 कोरापुट शस्त्रागार लूट – ₹50 करोड़ मूल्य के हथियार लूटे गए
- 2005 जहानाबाद जेल ब्रेक – 389 कैदी फरार
- 2010 दंतेवाड़ा हमला – 76 CRPF जवान शहीद
- 2013 झीरम घाटी हमला – 27 लोग मारे गए, जिनमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल थे
- 2018 आंध्र विधायक हत्या – TDP विधायक किदारी सर्वेश्वर राव की हत्या
माओवादियों का गढ़ अब कमजोर
अबूझमाड़ क्षेत्र, जो लगभग 5000 वर्ग किमी में फैला है और जिसे माओवादियों का गढ़ माना जाता रहा है, अब लगातार चल रहे अभियानों और सुरक्षा शिविरों की स्थापना से कमजोर हो गया है। इस ऑपरेशन से माओवादियों के संगठित ढांचे (eco-system) को गहरी चोट पहुंची है और यह माओवाद के इतिहास में एक निर्णायक मोड़ माना जा रहा है।
छत्तीसगढ़ पुलिस और सुरक्षाबलों की इस संयुक्त कार्रवाई को सरकार ने माओवादी उग्रवाद के विरुद्ध एक “ऐतिहासिक विजय” करार दिया है।