500 रुपए का नोट हो रहा बंद? आया मोदी सरकार का बयान, जानें क्या कहा

सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से 500 रुपए के नोट बंद होने की खबरें जमकर वायरल हो रही हैं। कई यूट्यूब चैनलों, ट्विटर पोस्ट्स और फेसबुक ग्रुप्स में दावा किया जा रहा है कि सरकार जल्द ही 500 के नोट को बंद कर सकती है। इस बीच, सरकार की तरफ से स्पष्ट बयान आ गया है, जिसने इन अफवाहों पर विराम लगा दिया है।

कहां से शुरू हुई अफवाह?

इस अफवाह की शुरुआत तब हुई जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश के सभी बैंकों को निर्देश जारी किए कि वे अपने एटीएम में 100 और 200 रुपए के नोटों का सर्कुलेशन बढ़ाएं। इस निर्देश के बाद, कई सोशल मीडिया “एक्सपर्ट्स” और यूट्यूब चैनल्स ने यह दावा करना शुरू कर दिया कि 500 का नोट धीरे-धीरे चलन से बाहर किया जा रहा है

चंद्रबाबू नायडू के बयान से और बढ़ी चर्चा

इस पूरे मामले ने उस समय और तूल पकड़ लिया जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एक बयान में कहा कि “केंद्र सरकार को 500 और उससे ज्यादा मूल्य के नोटों को बंद कर देना चाहिए, क्योंकि बड़े नोट भ्रष्टाचार की जड़ हैं।” नायडू के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों और सोशल मीडिया में फिर से यह चर्चा शुरू हो गई कि क्या वाकई में मोदी सरकार कोई बड़ा कदम उठाने जा रही है?

क्या कहता है PIB का फैक्ट चेक?

इन सबके बीच भारत सरकार की आधिकारिक फैक्ट चेक यूनिट PIB (Press Information Bureau) ने इन दावों को फर्जी और भ्रामक बताया है। PIB ने ट्वीट कर साफ किया है कि “500 रुपए के नोट को बंद करने की कोई योजना नहीं है। RBI की ओर से ऐसा कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।”

PIB ने एक यूट्यूब चैनल ‘कैपिटल टीवी’ का नाम लेते हुए कहा है कि उसने 500 रुपए के नोट को बंद करने की फर्जी खबर चलाई है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है।

RBI का उद्देश्य क्या था?

RBI का 100 और 200 रुपए के नोटों की संख्या बढ़ाने का मकसद एटीएम की कार्यक्षमता और आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखकर लिया गया एक प्रशासनिक निर्णय है। इसका 500 रुपए के नोट को बंद करने से कोई संबंध नहीं है

वित्तीय मामलों से जुड़े जानकारों का कहना है कि: 500 का नोट फिलहाल बाजार में प्रमुख करंसी के रूप में बना हुआ है। नोटबंदी जैसी कोई प्रक्रिया लागू करने से पहले लंबी और औपचारिक प्रक्रिया अपनाई जाती है, जिसकी सूचना सरकार और RBI द्वारा दी जाती है

 

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