छत्तीसगढ़ में शराब बिक्री में 10% वृद्धि, लेकिन 67 नई दुकानों को लेकर विरोध तेज

रायपुर: छत्तीसगढ़ में चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में शराब की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। आबकारी विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से जून 2025 के बीच राज्य को शराब बिक्री से लगभग ₹2300 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।

सरकार ने सभी वर्गों के उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए देशी, विदेशी और अंग्रेजी शराब के विभिन्न ब्रांड बाजार में उतारे हैं। देशी शराब की बढ़ती मांग को देखते हुए एक नया ब्रांड “सवा शेरा” भी लॉन्च किया गया है, जिसने बिक्री को और बढ़ावा दिया है।

नई शराब दुकानों को लेकर बढ़ा जन विरोध

राज्य सरकार की योजना के तहत 67 नई शराब दुकानों को मंजूरी दी गई है, जिससे कुल दुकानों की संख्या 674 से बढ़कर 741 होनी थी। हालांकि, राजधानी रायपुर, दुर्ग, बलौदाबाजार सहित कई जिलों में इन नई दुकानों के खिलाफ विरोध की लहर तेज हो गई है। कहीं आम नागरिक, कहीं महिलाएं और कई स्थानों पर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता इन दुकानों का विरोध कर रहे हैं।

विरोध के चलते बदली जा रही रणनीति

आबकारी विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि विरोध को देखते हुए नई दुकानें अब केवल उन्हीं स्थानों पर खोली जाएंगी, जहां स्थानीय स्तर पर विरोध नहीं है। जिन इलाकों में विरोध तीव्र है, वहां फिलहाल दुकान खोलने का दबाव प्रशासन पर नहीं डाला जा रहा है।

कैबिनेट से मिली थी मंजूरी

राज्य सरकार की कैबिनेट ने पिछले वर्ष के अंत में शराब दुकानों की संख्या में 10 प्रतिशत वृद्धि को मंजूरी दी थी। इस निर्णय के तहत 67 नई दुकानें खुलनी थीं, लेकिन ज़मीनी विरोध के कारण अब तक इनका क्रियान्वयन अधर में लटका हुआ है।

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